5 Point related to credit card Hindi – भारत में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऑनलाइन शॉपिंग हो या रिटेल स्टोर से खरीदारी, रेस्टोरेंट से लेकर मूवी के टिकट के लिए हम क्रेडिट कार्ड का ही इस्तेमाल करते हैं. यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है, तो आपके पास क्रेडिट कार्ड लेने के लिए फ़ोन या इमेल्स आते ही रहते होने. और अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो दूसरी कंपनी के कार्ड, अपनी ही कंपनी का एडिशनल कार्ड जैसे लुभावने ऑफर भी मिलते ही रहते हैं. लेकिन बैंक कई बार क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कुछ इम्पोर्टेन्ट टर्म्स आपसे छिपा जाते हैं.
1.फ्री ईएमआई स्कीम की शर्तें: अक्सर बैंक अपने प्रिविलेज कस्टमर्स को फ्री ईएमआई या फिर क्रेडिट कार्ड पर जीरो परसेंट पर ईएमआई का वादा करते हैं. लेकिन बैंक शायद ही आपको जीरो ईएमआई से जुड़ी शर्तों को पढ़ने या समझने का समय देते हैं. आपको मालूम होना चाहिए कि जीरो परसेंट ब्याज पर ईएमआई पर नियम और शर्तें लागू होती हैं. अगर आप एक भी शर्त का वोयलेशन करते हैं तो 5 या 10 नहीं बल्कि 20 परसेंट से भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है.
2.क्रेडिट कार्ड प्वाइंट: जब भी आप क्रेडिट कार्ड का उसे करते है तो आपको कुछ पॉइंट्स मिलते है जिन्हें आप रिडीम करा सकते है बैंक आपको कभी भी खुद से नहीं बताता है कि आप अपने प्वाइंट्स को कैसे रिडीम कर सकते हैं. ऐसे में जानकारी न होने से आपके लाखों प्वाइंट्स पड़े रह जाते हैं और क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है. इसके अलावा जब आपके प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे लैंडमार्क को क्रॉस करते हैं तब बैंक आपको ये भी नहीं बताता कि आपके इतने प्वाइंट हो गए हैं और आप उन्हें रिडीम करके कैशबैक ले सकते हैं.
3.क्रेडिट कार्ड की ड्यू डेट: आपने अक्सर देखा होगा कि आपको मोबाइल बिल भरना हो तो टेलीकॉम कंपनियां लगातार एसएमएस भेजती हैं. और बैंक भी आपको मिनिमम बैलेंस के लिए रिमाइंडर भेजते रहते हैं. लेकिन क्रेडिट कार्ड के बिल को जमा करने के लिए आपके पास कोई मैसेज नहीं आता. हकीक़त में देखा जाए तो बैंक खुद नहीं चाहते कि आप समय पर बिल जमा कर दें. ऐसे में आप खुद ही अपनी ड्यू डेट का ख्याल रखें. बैंक तो यही चाहते हैं कि आप लेट करें और बाद में लेट फीस भरें.
4.फ्री में कार्ड अपग्रेड का Annual Fee: बैंक आपको अक्सर क्रेडिट कार्ड अपग्रेड करने का ऑफर देते हैं. अक्सर बैंक के एक्जीक्यूटिव आपको फ्री ऑफ कॉस्ट अपने सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवाने का लालच देते रहते हैं. लेकिन ये नहीं बताते कि नए क्रेडिट कार्ड के लिए आपको 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का वार्षिक शुल्क भी देना पड़ेगा.
5.लिमिट बढ़ने पर वार्षिक शुल्क: क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को अक्सर एक कॉल आती है कि आपके क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट मुफ्त में बढ़ाई जा रही है. बैंक आपको प्रिविलेज कस्टमर मानते हुए आपकी लिमिट को दो गुना या इससे अधिक कर देता है. यहां आपसे आपकी सहमति भी नहीं मांगी जाती. लेकिन बैंक आपको कभी ये नहीं बताता कि इसके बाद आपका वार्षिक शुल्क भी बढ़ जाएगा.
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